छोटी सी आशा

作者:आज तक लाइव समाचार 来源:वायरल वीडियो 浏览: 【】 发布时间:2023-09-15 22:06:25 评论数:
प्रेषक : अनुज अग्रवालमैं शुरु से ही चोदू किस्म का इन्सान हूँ। छोटी छोटी लड़कियाँ मुझे बहुत पसंद हैं। कॉलेज की लड़कियों को चोदने में मुझे बहुत मजा आता है। मुझे सील माल चोदना भी बहुत पसंद है। मेरी शादी भी हो चुकी है पर शादी के एक साल तो ठीक था उसके बाद फिर वही फटी बूर ! मजा नहीं आता यार !मैं एक छोटे से गाँव में रहता हूँ,छोटीसीआशा शहर नजदीक ही है, हमें कुछ भी जरुरत पड़े तो शहर से ही लाना पड़ता है क्योकि शहर सिर्फ दस किलोमीटर दूर है।यह बात पिछले साल की गर्मियों की है, मैं एक दिन अपनी मोटर साइकिल पर शहर से वापस आ रहा था। तभी एक लड़की जो 18 साल की हुई होगी, उसने मुझसे लिफ्ट मांगी। लड़की इतनी सुन्दर थी कि क्या बताऊँ ! मेरी जगह कोई भी होता तो उसे लिफ्ट दे देता।मैंने गाड़ी रोकी और उसे बैठा लिया। लड़की मेरे ही गाँव की थी, मैंने उसे पूछा- कहा गई थी?वो बोली- कालेज !मैंने पूछा- किस कक्षा में पढ़ती हो?उसने कहा +२ के पहले साल में !मेरे मुँह से निकल गया- साइज़ तो बी ए के अन्तिम साल वाला है।वो बोली- क्या बोले आप?मैंने बात घुमा दिया और बोला- कुछ नहीं।कुछ दूर जाने के बाद मुझे मेरी पीठ पर किसी गुब्बारे का एहसास होने लगा मानो कोई गुब्बारे से मेरे पीठ पर हौले हौले मालिश कर रहा हो।तभी मैंने जानबूझ कर एक जोरदार ब्रेक मारी, वो लड़की मेरी पीठ से एक ही झटके में चिपक गई और उसके दूध का आकार मुझे एहसास हो गया।फिर मैंने उससे पूछा- तुम्हारा कोई बाय फ्रेंड है?वो बोली- नहीं ! मुझे ये सब झूठे रिश्ते लगते हैं ! मैं तो व्यव्हारिक चीजों पर यकीन करती हूँ।ओ के !फिर उसने कहा- आप यह सब क्यूँ पूछ रहे हो?मैंने बात को टालना चाहा, कहा- छोड़ो ना !तब वो खुद बोली- असल में आजकल के लड़के मुझे पसंद नहीं !मैंने फिर चुस्की लेते हुए कहा- तो क्या मेरे जैसे बुड्डे पसंद हैं?उसने कहा- आप भी न ! बहुत बदमाश हैं? घर पर अपनी बीवी को भी ऐसे ही सताते हो क्या?मैंने कहा- घर की बात छोड़ो यार ! घर की मुर्गी तो दाल बराबर होती है।उसने झट से कहा- तो बाहर की मुर्गी ढूंढ लो।मैं उसका इशारा कुछ कुछ समझ रहा था, मैंने कहा- तलाश तो मैं भी कर रहा हूँ ! पर आजकल मिलती कहाँ हैं ये मुर्गियाँ ! और मुझे छोटी छोटी मुर्गियाँ ज्यादा पसंद हैं।इतना बोलना ही था कि उसने कह दिया- कहीं आप मुझ पर डोरे तो नहीं डाल रहे हो?मैंने कहा- डोरे डाल कर क्या होगा? डालने दो तो कुछ और डालूँगा? बोलो डालने दोगी?उसने कहा- बहुत ज्यादा प्यास है आपको? घर में मजा नहीं मिलता क्या?मैंने कहा- घर की बात छोड़ो ! तुम बताओ क्या इरादा है?उसने कहा- ये बात? चलो दिया डालने ! अब क्या?मैंने कहा- मैं मजाक नहीं कर रहा हूँ?वो भी बोली- मैं भी मजाक नहीं कर रही !फिर क्या था, मुझे समझ में आ गया कि आज मुझे एक कुंवारी बूर चोदने को मिल सकती है।अब मैं महसूस करने लगा था कि मेरे पीठ में वो अपने दूध को रगड़ रही है, उसके चुचूकों का एहसास मुझे हो रहा था, मेरा लंड तन चुका था।मैंने फिर कहा- तुम मजाक तो नहीं कर रही हो न?उसने कहा- नहीं, आज मैं भी देखूँगी कि आपके हथियार में कितना दम है।इतना कह कर वह अपने हाथ को मेरे लंड पर ले आई, मेरा लंड और तन गया, मानो अभी पैंट फाड़ कर बाहर आ जायेगा।जब उसने मेरे लंड को पकड़ा, उसने कहा- वाह, आपका हथियार तो बहुत बड़ा है?मैंने कहा- इसका मतलब है कि तुमने छोटा भी देखा है? किसका देखा है बताओ?

最近更新