ओमंग कुमार के डायरेक्शन में बनी फिल्म सरबजीत को आज पांच साल पूरे हो गए हैं. फिल्म में ऐश्वर्या राय,जबरणदीपकोदेखरोपड़ीथींसरबजीतकीबहनडायरेक्टरओमंगकुमारनेसुनायाकिस्सा रणदीप हुड्डा, रिचा चड्ढा और दर्शन कुमारकाजबरदस्त अभिनयनफैंस समेत क्रिटिक्स का भी दिल जीतने में कामयाब रही थी.शूटिंग की यादों को ताजा करते हुए ओमंग बताते हैं, यह मेरी सबसे यादगार फिल्मों में से एक है. आज भी जब सोचता हूं, तो सिहर जाता हूं कि कैसे शूट की होगी हमने यह फिल्म. हर किसी की मीठी यादें होती है लेकिन इस फिल्म से मीठी यादें, तो नहीं लेकिन बहुत ही इमोशन का गुब्बार है मेरे अंदर. फिल्म के जरिए हम किसी और की जिंदगी को जी रहे थे. पूरे मेकिंग का प्रॉसेस काफी मुश्किलों भरा था. बहुत ही लोगों के इमोशन इससे जुड़े हुए थे. फिल्म में हम किसी और की यादें व ट्रैजेडी को पर्दे पर दिखा रहे थे. इस तरह की फिल्म बनी है कि लोगों को हमेशा याद रहेगी. सभी एक्टर्स ने बड़ी ही सहजता के साथ अपने-अपने किरदारों को जिया है. हर किसी ने इसमें अपनी जान फूंक दी है. यही कारण है कि सभी इससे जुड़े हुए हैं. आज पांच साल हो चुके हैं, मुझे तो शूटिंग का एक-एक पल याद आ रहा है. हमने सरहद, व जेल आदि पर कितनी मुश्किल हालातों के साथ शूट किया था.रणदीप ने तो अपना वजह घटाकर डेडिकेशन का एक अलग लेवल ही सेट कर दिया था. आज रणदीप हर किसी के लिए सरबजीत बन चुके हैं. हम सभी कास्ट जब भी मिलते हैं, हमारा कनेक्शन सरबजीत ही होता है.शूटिंग के दौरान के वैसे तो कई वाकये हैं लेकिन एक बार शूटिंग में हम इस पर सोच में पड़़ गए थे कि शूटिंग आगे करे या न करें. दरअसल दिल्ली में जेल का सीक्वेंस शूट हो रहा था. ऐसे में सरबजीत की असल बहन दलबीर कौर शूटिंग देखने हमारे सेट पर पहुची थी. उनके सामने वही नजारा था, जहां वो अपनी भाई को जेल में देखती हैं. वो माहौल हमारे लिए भी काफी भारी सा हो गया क्योंकि जेल के अंदर सरबजीत (रणदीप) को देखकर वो खुद को रोक नहीं पाईं और रो पड़ीं. ऐसे में हमने सोचा शूटिंग रोक देते हैं लेकिन उन्होंने मना करते हुए हमें अपना काम जारी रखने को कहा.